ज्योतिषशास्त्र भी मानता है कि ग्रहों की दशा, ग्रहों की चाल का प्रभाव जातक पर पड़ता है। जातक की जन्मतिथि, जन्म स्थान एवं जन्म के समयानुसार उसकी कुण्डली बनती है जिसमें 9 ग्रहों की दशा का विवरण होता है और उसीके अनुसार यह अनुमान लगाया जाता है कि जातक का भविष्य कैसा रहेगा। यदि जातक की कुण्डली में किसीप्रकार का ग्रह दोष होता है तो वह उसे प्रभावित करता है।
Reviews
There are no reviews yet.